चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) में बड़े फेरबदल किए हैं। जिनपिंग ने 18 अक्टूबर को होने वाली कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना (सीपीसी) की 19वीं बैठक से पहले ये कदम उठाया है। दरअसल, जिनपिंग ने ज्वाइंट स्टाफ डिपार्टमेंट सेंट्रल मिलिट्री कमीशन के हेड जनरल फेंग फेंगुई और पीएलए पॉलिटिकल वर्क डिपार्टमेंट के हेड जनरल जैंग यांग को हटा दिया है। फेंग की जगह जनरल ली जुओशेंग और जैंग की जगह पर एडमिरल मिआओ हुवा को अप्वाइंट किया गया है। इन दोनों को जिनपिंग का करीबी माना जाता है। बता दें कि चीन में सभी पावरफुल सेंट्रल मिलिट्री कमीशन के हेड जिनपिंग हैं, जो कि पीएलए की ओवरऑल हाईकमांड है। इसकी 11 मेंबर्स वाली बॉडी में जिनपिंग अकेले सिविलियन हैं। हॉन्गकॉन्ग के न्यूज पेपर साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट ने कहा, “फेंग और जैंग को हटाने से ये साफ हो गया है कि जिनपिंग मिलिट्री पर अपनी पकड़ और ज्यादा मजबूत कर रहे हैं। बता दें कि नवंबर 2012 में प्रेसिडेंट बनने के बाद जिनपिंग के भ्रष्टाचार विरोधी अभियान में गुओ और शू पर मिलिट्री रैंक की खरीद-फरोख्त और दूसरे करप्शंस की जांच चली थी। गुओ को आजीवन कारावास की सजा दी गई थी और शू की कैंसर से मौत हो गई थी।
साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट की एक रिपोर्ट की मानें तो जिनपिंग राष्ट्रपति होने के साथ ही मिलिट्री के हेड भी हैं। इससे वे अपने पहले के प्रेसिडेंट हू जिंताओ के मुकाबले कहीं ज्यादा पावरफुल हैं।’ अपने पहले टर्म में भी चीनी राष्ट्रपति ने मिलिट्री और पार्टी में बड़ा भ्रष्टाचार विरोधी कैम्पेन चलाया था। इसमें ऊपर से लेकर नीचे तक हजारों अफसरों पर या तो कार्रवाई हुई थी या फिर उन्हें हटा दिया गया था। जिनपिंग ने पीएलए के 4 हेडक्वॉर्टर जनरल स्टाफ, जनरल पॉलिटिकल, जनरल लॉजिस्टिक्स और जनरल अर्मामेंट्स को भी खत्म कर दिया। इसके अलावा बीते दिनों जिनपिंग ने सेना को लेकर ये भी ऐलान किया था कि पीएलए में से 3 लाख जवानों को हटाया जाएगा और इसे 20 लाख तक लाया जाएगा। इसमें से आर्मी की संख्या भी 10 लाख तक सीमित की जाएगी और एयरफोर्स-नेवी का रोल बढ़ाया जाएगा, ताकि चीन का रुतबा बढ़ सके।