भारतीय जनता पार्टी (BJP) को शिवसेना के बाद अब एक और सहयोगी दल से बड़ा झटका लगा सकता है। दरअसल, महाराष्ट्र और केंद्र में काफी समय से BJP की सहयोगी पार्टी रही शिवसेना ने एक बड़ी घोषणा करते हुए साल 2019 का लोकसभा चुनाव अकेले लड़ने का फ़ैसला कर लिया है, लेकिन अब तेलुगू देशम पार्टी के अध्यक्ष और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने भी NDA से गठबंधन तोढ़ने का संकेत दे दिया है। जी हाँ, चंद्रबाबू नायडू ने NDA से गठबंधन तोढ़ने के फैसले को लेकर भाजपा को ही जिम्मेदार बताया है।
खबर के मुताबिक, शनिवार (27 जनवरी) को आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान नायडू ने बीजेपी के साथ दोस्ती का हवाला देते हुए भाजपा के साथ मतभेद पर कुछ बोलने से साफ मना कर दिया है। उन्होंने कहा कि वह इस बारे में तब बोलेंगे, जब भगवा दल गठबंधन जारी रखना नहीं चाहेगा।
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प्रेस कॉन्फ्रेंस में एक सवाल के जवाब में नायडू ने कहा कि इस मुद्दे के बारे में सोचना बीजेपी नेताओं पर निर्भर है। उन्होंने कहा कि, ‘मैं मित्रपक्ष धर्म के चलते कुछ नहीं कहूंगा। उनके नेतृत्व को इस बारे में सोचना चाहिए।’ उन्होंने कहा है कि पिछले कुछ समय से राज्य में बीजेपी के नेता TDP की आलोचना कर रहे हैं। इन्हें रोकने की जिम्मेदारी केंद्रीय नेतृत्व की है।
We are maintaining ‘Mitra Dharma’ with BJP but if it does not want to continue with the alliance, we will go on our own: N Chandrababu Naidu, Andhra Pradesh CM & TDP President (file pic) pic.twitter.com/wZv13mRbg5
— ANI (@ANI) January 27, 2018
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आंध्र प्रदेश मुख्यमंत्री नायडू ने आगे कहा कि ‘गठबंधन धर्म के कारण हम अब तक शांत रहे हैं।’ उन्होंने कहा कि यदि वो हमें नहीं चाहते तो हम उनसे ‘नमस्कार’ कर लेंगे और अपनी अलग राह पर चल पड़ेंगे। आपको बता दें कि BJP नायडू सरकार का हिस्सा है और कैबिनेट में उसके 2 मंत्री भी हैं।