प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि हमने जीएसटी पर फिर से विचार किया। हम नहीं चाहते कि देश का व्यापारी वर्ग रेड टेपिज्म, फाइलों में फंस जाए, बाबूगिरी में फंस जाए. ऐसे में तीन महीने में जो जानकारी आई, हमने उसके बाद जीएसटी बदलाव किए। सिम्पल टैक्स को और सिंपल किया है। पहले भी कहा था कि एक बार जीएसटी लागू करने के बाद 3 महीने उसका अध्ययन करेंगे। जहां कहीं कमी होगी उसे दूर किया जाएगा। तीन महीने में जो भी जानकारी आई उसके आधार पर वित्त मंत्री अरुण जेटली ने अहम फैसले लिए। लोग कह रहे हैं कि देश में 15 दिन पहले दिवाली आ गई है। पूरे देश में दिवाली का माहौल बन गया। वह यहां आयोजित सभा को संबोधित कर रहे थे।
ओखा और बेत द्वारका के बीच पुल का शिलान्यास करने पहुंचे प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि मरीन पुलिस से समुद्री तटों की रक्षा होती है। मरीन पुलिस रिसर्च ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट द्वारका में खोली जा रही है। पूरे इंडिया के मरीन पुलिस की ट्रेनिंग होगी। उन्होंने कहा, हमने एक योजना बनाई है, जो मछुआरे भाइयों-बहनों के लिए है। आज हमारा मछुआरा जिसके पास छोटी-छोटी बोट है। 10-12 नॉटिकल माइ से आगे जा नहीं पाता है। मछुआरों के ग्रुप को सरकार कम ब्याज से लोन देगी और वे बड़ी बोट ला सकें। बड़ी बोट से वह ज्यादा नॉटिकल माइल सुरक्षित जाकर मछली पकड़ सकेंगे। समुद्री तटों को ब्लू इकनॉमी द्वारा टूरिज्म इकनॉमी द्वारा आगे बढ़ाने की योजना है।
उन्होंने कहा कि सरकार ने नेशनल हाइवे का नेटवर्क ऐसे बनाने की योजना बनाई जिससे आर्थिक गतिविधियों को ताकत मिले। उन्होंने कहा कि माधव भाई सोलंकी मुख्यमंत्री थे, तब अखबार में एक तस्वीर छपी थी। जामनगर में एक पानी की टंकी उद्घाटन करने के लिए मुख्यमंत्री आए थे। हम बस ऐसा विकास नहीं करना चाहते हैं
मोदी ने कहा कि एक ऐसी व्यवस्था जो देशभर से आने वाले यात्रियों के लिए एक बहुत बड़ी सौगात हो। ऐसी व्यवस्था जो बेट के नागरिकों के लिए सामान्य जरूरतें पूरी करने वाली हो, जो बेट से जुड़े समुद्री तट के क्षेत्र को पर्यटन स्थल के रूप में बदल दे। पर्यटन एक कोने में विकास होने से नहीं होता, उसको कनेक्टिविटी चाहिए. द्वारकाधीश की कृपा कई लोग आते हैं, लेकिन वे तभी रुकेंगे जब हम व्यवस्थाएं खड़ी करेंगे।
उन्होंने कहा कि पहले मैं जब यहां आता था तो यहां टूरिज्म की अपार संभावनाएं देखता था। आप जानते हैं कि भूतकाल में भारत सरकार का गुजरात के प्रति कैसा प्यार था, लेकिन भारत सरकार की ओर से उस समय सहयोग नहीं मिलता था। रात को आवागमन में दिक्कत आती थी। पानी के मार्ग से ही आना जाना होता था। अस्पताल जाने में दिक्कत होती थी। ऐसे में ऐसी व्यवस्था जो देशभर से आने वाले लोगों के लिए मददगार साबित हो। यह पुल हजारों साल पुराने रिश्तों को जोड़ेगा। यह ब्रिज सांस्कृतिक कड़ी को जोडऩे का माध्यम है। आज द्वारका नगरी में जिस काम का आरंभ हो रहा है. यह सिर्फ ब्रिज नहीं है, ईंट पत्थर से बनने वाली स्ट्रक्चरल व्यवस्था नहीं है. यह सांस्कृतिक इतिहास का सबूत है।
द्वारकाधीश मंदिर से निकलने के बाद पीएम नरेंद्र मोदी का काफिला अचानक रुक गया। इसके बाद मोदी खुद गाड़ी से निकले और एक बुजुर्ग से मिले। बुजुर्ग ने बताया कि उनका नाम हरिभाई है और वह पुराने आरएसएस कार्यकर्ता रहे हैं। हाल ही मैं उनकी पत्नी की मौत हो गई है और इस बात की जानकारी मोदी को थी। मोदी ने उन्हें सांत्वना दिया। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी उनके पुराने दोस्त हैं और भाजपा की स्थापना समारोह में भी शामिल हुए थे।
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिन के गुजरात दौरे पर शनिवार सुबह जामनगर पहुंचे। एयरपोर्ट पर गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपानी ने उनकी अगवानी की। इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी ने द्वारका पहुंच कर द्वारकाधीश मंदिर के दर्शन किए। द्वारकाधीश मंदिर से निकलने के बाद मोदी ने ओखा-बेट द्वारका पुल का शिलान्यास किया। अपने गृह राज्य में प्रवास के दौरान वह और कई परियोजनाओं की आधारशिला रखेंगे। इस दौरान मोदी 2014 में प्रधानमंत्री बनने के बाद पहली बार अपने जन्मस्थान वडनगर भी जाएंगे।