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अयोध्या में कल जीवंत होगा त्रेता युग का इतिहास

मर्यादा पुरूषोत्तम श्रीराम का निषादराज से संवाद, शबरी के बेर और जटायु-रावण युद्ध समेत तमाम पौराणिक घटनाओ के आकर्षक चित्रण के साथ ही पौने दो लाख दीपक जलते ही कल अयोध्या में एक बार फिर त्रेता युग की याद ताजा हो जायेगी। मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम के जीवन से जुड़ी ऐतिहासिक घटनायें त्रेता युग में हुई थीं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पहल पर अयोध्या में उन घटनाओं का एक बार फिर सजीव चित्रण किया जा रहा है।

भगवान राम की चौदह वर्ष बाद वन से वापसी के समय दीपक जलाकर जिस तरह की खुशियां मनायी गयीं होंगी, सरकार कुछ उसी तरह का आयोजन कल करवा रही है। सरयू नदी की आरती के साथ ही राम की पैड़ी में एक लाख 71 हजार दीपक एक साथ जलाये जायेंगे। एक साथ इतने दीपक जलने का विश्व रिकार्ड तो बनेगा ही, अयोध्या त्रेता युग का एहसास भी करायेगी। पौराणिक ग्रन्थों के अनुसार भगवान श्रीराम पत्नी सीता और भाई लक्ष्मण के साथ पुष्पक विमान से लंका से अयोध्या आये थे। कुछ इसी तरह का आयोजन किया जा रहा है। भगवान राम के डोले पर हेलीकाप्टर के जरिये पुष्प वर्षा किये जाने की योजना बनायी गयी है। सुरक्षा कारणों से इसमें परिवर्तन भी किया जा सकता है।

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