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भारतीय महिला जैविक उत्सव – 2017 सफलतापूर्वक संपन्न, 1.84 करोड़ रुपये की रिकार्ड बिक्री

भारतीय महिला जैविक उत्सव – 2017 सफलतापूर्वक संपन्न, 1.84 करोड़ रुपये की रिकार्ड बिक्री

महिला और बाल विकास मंत्रालय द्वारा आयोजित भारतीय महिला जैविक उत्सव – 2017, 15 अक्टूबर, 2017 को सफलतापूर्वक संपन्न हो गया। यह उत्सव दिल्ली हाट, आईएनए, नई दिल्ली में आयोजित किया गया था और इसमें महिला किसानों और उत्पादकों के जैविक उत्पाद प्रस्तुत किए गए। भारतीय महिला जैविक उत्सव अब वार्षिक आयोजन हो गया है और इसमें खानपान की सामग्री. रसोई उत्पाद, मसाले और सौन्दर्य प्रसाधन सहित जैविक उत्पाद प्रस्तुत किए जाते हैं।

25 राज्यों से आईं महिला किसानों और उद्यमियों ने कुल 1.84 करोड़ रुपये की रिकार्ड बिक्री की। देश के अन्य राज्यों के साथ इस उत्सव में लद्दाख, मणिपुर, सिक्किम और पुद्दुचेरी की महिलाओं ने भी हिस्सा लिया। इस उत्सव में 2.3 लाख आगन्तुक पहुंचे।

भारतीय महिला जैविक उत्सव – 2017 का उद्घाटन 01 अक्टूबर, 2017 को आईएनए दिल्ली हाट में महिला और बाल विकास मंत्री श्रीमती मेनका संजय गांधी तथा महिला और बाल विकास राज्य मंत्री डॉ. विरेन्द्र कुमार ने किया।

जैविक खेती के महत्व पर प्रकाश डालते हुए श्रीमती मेनका गांधी ने कहा कि रासायनिक उर्वरक, कीटनाशकों के उपयोग वाले खाद्य उत्पाद की तुलना में जैविक खाद्य उत्पादों में अधिक विटामिन, खनिज तथा पौष्टिकता होती है। आर्थिक दृष्टि से भी यह प्राथमिकता योग्य है क्योंकि इससे उपज लागत में 20 – 40 प्रतिशत की कमी आती है, किसानों की आय बढ़ती है, गुणवत्ता संपन्न उत्पाद तैयार होता है और मिट्टी की गुणवत्ता भी बढ़ती है। उन्होंने कहा कि बच्चे कीटनाशकों के दुष्प्रभावों का विशेष रूप से शिकार हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि इस वैकल्पित खेती को प्रोत्साहिक करने के लिए ठोस प्रयास किये जाने चाहिए।

जैविक उत्सव का उद्देश्य महिलाओं तथा महिला नेतृत्व वाले समूहों को जैविक खेती के लिये प्रोत्साहिक करना है और इसके लिए स्थानीय समुदाय की अर्थव्यवस्था को समर्थन देना, रोजगार सृजन करना है।

उत्तराखंड की सुश्री दमयंति के अनुसार – हमें बहुत खुशी है कि मंत्रालय ने दिल्ली में हमें अपने उत्पाद बेचने का अवसर दिया। हमें अपने उत्पाद दो बार मंगाने पड़े क्योंकि एक सप्ताह के अंदर ही शुरू में बिक्री कर ली थी। इस धन लाभ से मेरी बेटी की आगे की पढ़ाई में मदद मिलेगी। मणिपुर की किसान सुश्री थोपचम सौनालिका देवी ने कहा – भारतीय महिला जैविक उत्सव आयोजित करने के लिए और मणिपुर का चाखो काला चावल प्रस्तुत करने के लिए हम महिला और बाल विकास मंत्रालय को धन्यवाद देना चाहेंगे। यह चावल दिल्ली के लोगों के लिए पूरी तरह से नया है। हमें एकमुश्त आदेश मिले और हमें आशा है कि भविष्य में मंत्रालय द्वारा आयोजित ऐसे उत्सवों में भाग लेने का अवसर मिलेगा।

भारतीय महिला जैविक उत्सव में भाग लेने वाली महिलाओं ने महिला ई-हाट में अपना नामांकन कराया। यह प्लेटफार्म महिलाओं के सामाजिक-आर्थिक सशक्तिकरण को मजबूती प्रदान करता है।

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