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डेरा प्रमुख राम रहीम इसी महीने हो सकते हैं जेल से रिहा

साध्वी से दुष्कर्म मामले में सजायाफ्ता डेरा सच्चा सौदा के मुखी गुरमीत राम रहीम को सितंबर में ही हाईकोर्ट से राहत मिल सकती है और वह जेल की सलाखों से बाहर वापस डेरे में आ सकते हैं। डेरा मुखी को जेल से बाहर निकालने का रास्ता बनाने के लिए कानून में सेंध लगाने की तैयारी में देश के टॉप के करीब 15 वकील जुटे हैं। इन वकीलों ने डेरा के पक्ष में हाईकोर्ट में वकालत करने की इच्छा जाहिर की है।

डेरा सच्चा सौदा से जुड़े एक सूत्र ने नाम न जाहिर करने की शर्त पर बताया कि देश के करीब 15 प्रसिद्ध वकीलों ने हाईकोर्ट में डेरा मुखी के पक्ष में वकालत करने की इच्छा जाहिर की है। इन वकीलों ने डेरा प्रबंधन के समक्ष दावा किया है कि उन्होंने सजा की प्रति का पूरा अध्ययन कर लिया है। डेरा मुखी को सजा देने के पक्ष में सीबीआई की विशेष अदालत के माननीय न्यायाधीश ने जिन तर्कों और साक्ष्यों को आधार बनाया है, उसमें काफी कमियां हैं। ये कमियां डेरा मुखी के पक्ष में कानून को राहत देने के लिए मजबूर कर देंगी।

सूत्र ने बताया कि इन वकीलों ने यह भी दावा किया है कि अगर उन्हें डेरा मुखी के पक्ष में वकालत का अवसर दिया गया तो मात्र दो या तीन सुनवाई में ही वह राम रहीम को जेल से बाहर निकलवा देंगे। डेरा मुखी को हाईकोर्ट से आसानी से जमानत मिल जाएगी और वह फिर से डेरे में अपने भक्तों और समर्थकों के बीच सामान्य जीवन बीता सकेंगे। हालांकि सूत्र ने ऐसे वकीलों के नाम का खुलासा करने से इंकार कर दिया।

सूत्र ने यह भी बताया कि वकीलों की ओर से अपने पक्ष में कई पैरवी के बाद डेरा प्रबंधन उनके दावों पर अध्ययन शुरू कर दिया है। संभावना है कि डेरा प्रबंधन पांच वकीलों की टीम बना दे, जो आपस में मिलकर हाईकोर्ट में इस केस की पैरवी करेगी। अगर डेरा प्रबंधन ने इन वकीलों की टीम बना कर पैरवी की इजाजत दे देता है और वकीलों ने जैसा दावा किया है उसी अनुरूप हाईकोर्ट में हुआ तो राम रहीम को इसी महीने से जमानत मिल जाएगी और वह जेल से बाहर होंगे। संभावना है कि दो या तीन दिन में वकीलों की टीम हाईकोर्ट में अपील कर सकती है।

सूत्रों के मुताबिक डेरा प्रबंधन ने इन वकीलों के समक्ष दावा किया है कि जिन साध्वी से दुष्कर्म किए जाने के आधार पर सजा दी गई हैं, उनकी शादी राम रहीम ने खुद करवाई हैं और शादी के बाद भी कई वर्षों तक उनका उनका डेरे में आना-जाना रहा है। यह पूरा मामला डेरे की गुटबाजी के कारण तूल पकड़ा है। डेरा प्रबंधन की ओर से यह भी दावा किया गया है कि डेरा प्रेमी अभी उनके संपर्क में है और हर तरह से डेरे की मदद के लिए तैयार हैं।

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